Bajrang Baan

Bajrang Baan 2024 दोहा ” प्रेम प्रतीतहि कपि भजै, सदा धरैं उर ध्यान। “ ” तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्घ करैं हनुमान।। “ तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥” चौपाई जय हनुमन्त सन्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी।। जन के काज विलम्ब न कीजै। आतुर दौरि महासुख दीजै।। जैसे कूदि सिन्धु … Read more